पेशे लफ्ज़
| 1 Chapters |
पहला बाब : रसूलुल्लाह (स.अ.व.) के नेक व पारसा सहाबियों के हालात (1-हज़रत अबूज़र रह. // 2-फ़ज़ाएल. सलमान, अबूज़र, और मिक़दाद रह. // 3-अबूज़र रह.के ईमान की कैफ़ीयत // 4-सलमान फ़ारसी रह.के इस्लाम की कैफ़ीयत // 5-मज़लूमियते अबूज़र रह. // 6-रसूले अकरम स.अ.व. की वसीयत अबूज़र र.अ.से.
| 6 Chapters |
दूसरा बाब : फस्ले (1-अल्लाह तआला की रूयत यानी देखना का मफ़हूम // 2- दुन्या कि तखलीक़ की वजह // 3-इबादत की शर्तें // 4-हुज़ूरे क़ल्ब)
| 4 Chapters |
तीसरा बाब : उसूल (1-बारी तआला की मअरेफ़त // 2-ईमान, सूफियों के फिरक़े // 3-दरजाते मअरेफ़त, मअरेफ़त के मरातिब // 4-हुदूसे आलम - दुन्या का हादिस होना यानी पहले नहीं थी और बाद में नहीं रहेगी // 5-ज़िक्रे फ़र्दीयते बारी तआला - अल्लाह तआला का एक होना, अल्लाह तआला की सिफ़ात, नुक़तऐ वाहिद की तशरीह // 6-बक़ाऐ हक्के तआला // 7-खालिक़े काऐनात // 8-आसमान की खिल्क़त, फ़रिश्तों का बयान // 9-लतीफ़ व खबीर का मफ़हूम // 10-क़ादिरे मुतलक़)
| 10 Chapters |
चौथा बाब : फ़वाऐद (फ़ाइदे की जमा)
| 5 Chapters |
पांचवां बाब : तनवीरात (तनवीर की जमा यानी नूर)
| 6 Chapters |
छठां बाब : मक़ासिद (मक़सद की जमा)
| 3 Chapters |
सातवां बाब : क़वाऐद (क़ाऐदह की जमा)
| 6 Chapters |
आठवां बाब : खसाएल (आदतें)
| 3 Chapters |
नवां बाब : लुमआत (रौशनी की लव)
| 11 Chapters |
बाबे दहुम (दसवां बाब) : समरात (फ़ल,नतीजे)
| 12 Chapters |
ग्यारहवां बाब : नुजूम (नज्म की जमा यानी सितारे)
| 3 Chapters |
बारहवां बाब : यनाबीअ (पानी के चश्मे)
| 3 Chapters |
तेरहवां बाब : मदारिज (दर्जे)
| 9 Chapters |
चौदहवां बाब : मसाबीह (मिस्बाह की जमा यानी बहुत से चेराग़)
| 5 Chapters |
पन्दरहवां बाब : अज़कार (ज़िक्र की जमा)
| 13 Chapters |